tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post4967995137105382899..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: नये बाँध, पुरानी गलतियाँSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-90359669196985171492008-03-10T05:58:08.788+01:002008-03-10T05:58:08.788+01:00आपकी चिन्ता जायज है। पर यहाँ वक्त किसके पास है चिन...आपकी चिन्ता जायज है। पर यहाँ वक्त किसके पास है चिन्ताओं पर मनन करने का। हम तो सिर्फ भगावान से ही प्रार्थना कर सकते हैं कि काश इन लोगों को सदबुद्धि दे।ज़ाकिर अली ‘रजनीश’http://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.com