tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post5323738904428966696..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: आर्यों की थाली के बैंगनSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-25907900525921568322007-10-19T22:01:33.966+02:002007-10-19T22:01:33.966+02:00आपका थाली का बैंगन वाला लेख पढा । आप भी किस परेशान...आपका थाली का बैंगन वाला लेख पढा । आप भी किस परेशानी में पड गये । हम मे से तो कोई भी खालिस आर्य या अनार्य नही है । अब आर्य 4000 साल पहले आये या 5000 क्या फर्क पडता है ?<br>उनके आने से पहले भी यहाँ लोग थे और अचछे खासे सभ्य लोग थे । हम तो इन दो संस्कृतियों के मिलन का परिणाम हैं ।Mrs. Asha Joglekarhttp://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-35683174640069859722007-10-20T08:40:32.736+02:002007-10-20T08:40:32.736+02:00कुछ बहसें रवायती किस्म से , रीति-रिवाज़ के तरह चली ...कुछ बहसें रवायती किस्म से , रीति-रिवाज़ के तरह चली ही आ रही हैं। सब अपना सच आप ही गढ लें ।सुजाताhttp://www.blogger.com/profile/10694935217124478698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-58186878553213677762008-03-13T14:53:35.596+01:002008-03-13T14:53:35.596+01:00आशा जी की बात बिल्कुल सही है भाई.आशा जी की बात बिल्कुल सही है भाई.इष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.com