tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post551916023392316021..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: बोलोनिया चिट्ठाकार मिलनSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-23539985463341179972006-05-29T02:28:57.253+02:002006-05-29T02:28:57.253+02:00'इस स्लाईड शो' से आपका मतलब किस स्लाईड शो ...'इस स्लाईड शो' से आपका मतलब किस स्लाईड शो से हैउन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-55467954024651211592006-05-29T06:27:11.450+02:002006-05-29T06:27:11.450+02:00उन्मुक्त जी यह तो आप ने बहुत परेशानी में डाल दिया....उन्मुक्त जी यह तो आप ने बहुत परेशानी में डाल दिया. अब हम सोच रहे हैं कि यह जो चिट्ठे में तस्वीरें घूम रही हैं यह सचमुच हैं या केवल हमारा भ्रम है ? या हो सकता है कि ब्राउसर की वजह से स्लाईड शो न देख पा रहे हों ? शायद मिश्र जी को इसका इलाज मालूम हो!<br>सुनीलSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-6853451600962421752006-05-29T06:56:24.543+02:002006-05-29T06:56:24.543+02:00बहुत बहुत बधाई,ये यूरोप का पहला हिन्दी ब्लॉगर सम्म...बहुत बहुत बधाई,<br>ये यूरोप का पहला हिन्दी ब्लॉगर सम्मेलन हुआ।<br><br>मजा आ गया। स्लाइड शों का तो कहना ही क्या, इफ़ैक्ट बहुत धांसू है।Jitendra Chaudharyhttp://www.blogger.com/profile/07082527004066336464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-6595552004525470242006-05-29T10:29:02.866+02:002006-05-29T10:29:02.866+02:00लगता है कि यह Operating System के कारण है| RH-4 ...लगता है कि यह Operating System के कारण है| RH-4 मे तो बिलकुल दिखायी नहीं पड़ रहा है और Fedora-5 मे थोड़ी देर के लिये दिखता है फिर बन्द हो जाता है <br>जीतू जी कह रहें हैं तो Windows मे जरूर दिखायी पड़ रहा होगा| <br>लगता है किसी कमप्यूटर गुरू को पकड़ना होगा|उन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-36220906427635303622006-05-29T14:15:31.756+02:002006-05-29T14:15:31.756+02:00वाह!!चलिये जवाब देने की कोशिश करते हैं:१.इत्ती दूर...वाह!!<br><br>चलिये जवाब देने की कोशिश करते हैं:<br><br>१.इत्ती दूर से तो कोई दिखे ना है जी.<br><br>२. फ़ल शायद "शहतूत" होना चाहिये (मिश्रा जी के ब्लाग में पास वाला फ़ोटू देखा)<br><br>३. अगर ये बता दिया जाय कि क्या काम कर रहे हैं तो ऐण्टी पायरेसी वाले पीछे नहीं पड़ जायेंगे क्या?विजय वडनेरेhttp://www.blogger.com/profile/17831681213658005534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-63555211032023749822006-05-29T14:34:32.976+02:002006-05-29T14:34:32.976+02:00अरे एक बात कहना तो मैं भूल गया।मिश्रा जी कहीं हमार...अरे एक बात कहना तो मैं भूल गया।<br><br>मिश्रा जी कहीं हमारी तरह वाले बुद्धिमान तो नहीं - हमारा माथा भी काफ़ी चौड़ा है - और चौड़ा होता जा रहा है - (ये बात और है कि ऐसा गायब होते बालों की वजह से हो रहा है ;) )विजय वडनेरेhttp://www.blogger.com/profile/17831681213658005534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-63221408755611999792006-05-31T09:39:44.330+02:002006-05-31T09:39:44.330+02:00बहुत अछ्छा लगा यह पढकर। वेसे यहाँ अमदावाद मे हम तर...बहुत अछ्छा लगा यह पढकर। वेसे यहाँ अमदावाद मे हम तरकश वाले ब्लोगर बहुत बार मिलते है। आशा करता हू की आपका यह युरोपियन ब्लोगर समूह ओर फूले फाले। इटाली - युरोप के बारे मे एसे ही जानकारी देते रहे।Ravi Kamdarhttp://www.blogger.com/profile/13848954973292638727noreply@blogger.com