tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post5784813631356418309..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: विवाह की धूमSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-17713033356318228792007-02-14T07:56:29.503+01:002007-02-14T07:56:29.503+01:00चलो डी.वी.डी. किराये पर लेने के मेरे चार डालर बच ग...चलो डी.वी.डी. किराये पर लेने के मेरे चार डालर बच गये.अतुल श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/17285074473402112374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-23706342648863528992007-02-14T09:01:12.923+01:002007-02-14T09:01:12.923+01:00बड़ी ही सुन्दर और सटीक समीक्षा की आपने। हिन्दी फिल्...बड़ी ही सुन्दर और सटीक समीक्षा की आपने। हिन्दी फिल्में हॉलीवुड की राह चल पड़ी हैं। नकल तो करते हैं लेकिन उन जैसी गुणवता नहीं ला सकते।ePandithttp://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-1306560656611311802007-02-14T09:26:53.993+01:002007-02-14T09:26:53.993+01:00'उपहार', 'पिया का घर' , 'सौदाग...'उपहार', 'पिया का घर' , 'सौदागर' और 'पहेली' जैसी सुंदर फिल्में बनाने वाले राजश्री बैनर के तले जब सूरज बड़जात्या निर्देशित फिल्में देखता हूं तो बहुत दुख होता है. संबंधों में इतनी ज्यादा मिठास दिखा देते हैं कि बहुत बनावटी और औपचारिक से लगने लगते हैं. इतनी शक्कर कि जी मिजला जाये.अनुराग श्रीवास्तवnoreply@blogger.com