tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post8072456275290521552..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: दो बहने़ - जापानी गेइशा और भारतीय मुजरेवालीSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-10122882915358779452013-02-08T13:47:24.382+01:002013-02-08T13:47:24.382+01:00धन्यवाद लोकेश :)धन्यवाद लोकेश :)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-36444345394529261182013-02-08T06:49:18.416+01:002013-02-08T06:49:18.416+01:00जापानी सामाजिक जीवन के अंग गेइशा और भारतीय मुजरेवा...जापानी सामाजिक जीवन के अंग गेइशा और भारतीय मुजरेवालीओ के बीच साम्य प्रदर्शित करती रोचक ,जापानी कलाकारों के बारे में ऐतिहासिक जानकारी युक्त आलेख के लिए साधुवाद स्वीकार करे लोकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13255660062631243907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-20173952913373576652013-02-08T04:50:05.108+01:002013-02-08T04:50:05.108+01:00धन्यवाद रविकर जीधन्यवाद रविकर जीSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-7614380025966475502013-02-03T07:05:47.248+01:002013-02-03T07:05:47.248+01:00पुष्कर, चिट्ठा पढ़ने और सराहना के लिए बहुत धन्यवाद...पुष्कर, चिट्ठा पढ़ने और सराहना के लिए बहुत धन्यवाद :)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-68306763439838483622013-02-03T01:37:21.008+01:002013-02-03T01:37:21.008+01:00वाह सर आपने जो पुरानी ओर नई परम्परो का जो नायक नाय...वाह सर आपने जो पुरानी ओर नई परम्परो का जो नायक नायिका के माध्यम से वर्णन किया हे वाकई मे बहुत सुन्दर हे PUSHKAR ME...noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-43856895557273251912013-01-21T17:00:08.276+01:002013-01-21T17:00:08.276+01:00धन्यवाद तो मुझे आप का करना है रूपचन्द्र जी :)धन्यवाद तो मुझे आप का करना है रूपचन्द्र जी :)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-22312012889625064032013-01-21T15:36:45.939+01:002013-01-21T15:36:45.939+01:00जानकारी के लिए शुक्रिया!जानकारी के लिए शुक्रिया!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-89000255972967382462013-01-21T13:36:22.188+01:002013-01-21T13:36:22.188+01:00सही कहा आपने रमाकाँत जी, समाज गन्दगी करने वाले मर्...सही कहा आपने रमाकाँत जी, समाज गन्दगी करने वाले मर्दों के विरुद्ध कुछ नहीं कर पाता, तो समाज के बाहर की गयी औरतों पर ज़ुल्म कर लेता है.Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-25042728231940308932013-01-21T13:05:07.154+01:002013-01-21T13:05:07.154+01:00आपने एक पते की बात कही इन लोगों के बिना आज भी समाज...आपने एक पते की बात कही इन लोगों के बिना आज भी समाज का स्वरुप विभत्स नज़र आता है इनके द्वारा इतना मैला साफ करने के बाद भी आये दिन दुष्कर्म दिख जाता है Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-70116564689320940012013-01-20T14:30:23.941+01:002013-01-20T14:30:23.941+01:00धन्यवाद चन्द्र भूषण जीधन्यवाद चन्द्र भूषण जीSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-71859916860865267212013-01-20T13:57:45.088+01:002013-01-20T13:57:45.088+01:00वाह!
आपकी यह पोस्ट कल दिनांक 21-01-2013 के चर्चाम...वाह!<br />आपकी यह पोस्ट कल दिनांक 21-01-2013 के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"><b>चर्चामंच</b></a> पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ<br />चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-18504262107638524702013-01-19T16:32:58.037+01:002013-01-19T16:32:58.037+01:00मोहन जी, आलेख पढ़ने और सराहना के लिए धन्यवादमोहन जी, आलेख पढ़ने और सराहना के लिए धन्यवादSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-56464134147623839192013-01-19T16:32:11.231+01:002013-01-19T16:32:11.231+01:00सही कहा प्रवीण, त्यक्ताओं के समाज में जीवन के खट्ट...सही कहा प्रवीण, त्यक्ताओं के समाज में जीवन के खट्टे मीठे अनुभव अधिक सुन्दर लगते हैं :)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-75639089998982328072013-01-19T14:45:42.797+01:002013-01-19T14:45:42.797+01:00जापान और भारत की वैशाली की नगर बधू संबंधी रोचक जान...जापान और भारत की वैशाली की नगर बधू संबंधी रोचक जानकारा के लिए धन्यवादDr Mohan Bahugunahttps://www.blogger.com/profile/05929373312987842133noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-5405175569100246262013-01-19T14:45:17.357+01:002013-01-19T14:45:17.357+01:00जापान और भारत की वैशाली की नगर बधू संबंधी रोचक जान...जापान और भारत की वैशाली की नगर बधू संबंधी रोचक जानकारा के लिए धन्यवादDr Mohan Bahugunahttps://www.blogger.com/profile/05929373312987842133noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-57405405464719341242013-01-19T14:13:10.032+01:002013-01-19T14:13:10.032+01:00बड़ा ही रोचक आलेख..त्यक्ताओं का समाज सदा ही स्वयं ...बड़ा ही रोचक आलेख..त्यक्ताओं का समाज सदा ही स्वयं को सिद्ध कर लेता है..सामान्य से कहीं अधिक।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-58698797758277033612013-01-19T13:33:54.224+01:002013-01-19T13:33:54.224+01:00धन्यवाद रश्मि. नौटँकी के बारे जानकारी देने के लिए ...धन्यवाद रश्मि. नौटँकी के बारे जानकारी देने के लिए धन्यवाद. फ़िल्मों की नोटँकी में स्त्री पात्रों को ही दिखाया जाता है.Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-65172193520611853872013-01-19T13:15:34.499+01:002013-01-19T13:15:34.499+01:00बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी।
'गेइशा' के विष...बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी।<br />'गेइशा' के विषय में तो जानकारी थी पर "उक्कियो ए" के विषय में आज ही जाना .<br /><br />@ "नौटँकी देखने वाले समाज में अभी वह बदलाव आया है या नहीं यह तो वही बता सकता है जो आज के ग्रामीण जगत को जानता है." <br /><br />कुछ लोगो ने अपने ब्लॉग में आजकल गाँव में प्रचलित नौटंकी का विवरण लिखा है। अब भी गाँव में नौटंकी होती है पर उसमे स्त्रियों की भूमिकाएं भी पुरुष ही निभाते हैं। तीसरी कसम की तरह कोई स्त्री नहीं .rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com