tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post2397004124771033934..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: यात्रा की तैयारीSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-58258136242058667022012-09-04T16:56:34.402+02:002012-09-04T16:56:34.402+02:00
गूमता गूमता ये ब्लोग पे आ पहुंचा । पोस्ट जब लोड ह...<br />गूमता गूमता ये ब्लोग पे आ पहुंचा । पोस्ट जब लोड हो रहे थे तो अचानक नजर Okuribito शब्द पे पदि । रुक गया । पूरी पढी आपकी ये पोस्ट और आप को भले ही पह्चानता न हूं पर अपने आपको भी कोमेंट करने से रोक ना शका ।<br /><br />हां देखी हे मेंने ये फिल्म । बहुत बढिया तरीके बनायी गयी फिल्म हे । लगता हे की भगवान ने रुशिकेश मुखर्जी को Yôjirô Takita के रूप मे जापान मे म्रुत्यु जैसे संजीदा विषय पे फिल्म बनाने के लिये फिर से जिंदा कर दिया हो । म्रुत्यु का दर्शन तो बहुत हि शानदार तरीके से किया ही हे लेकिन गोर से देखिये तो पता चलता हे कि जापानी क्ल्चर की कुछ छोटी छोटी परंपरा को इतनी सह्ज तरीके से बताया गया हे फिल्म अपने आप आप में एक सांस्क्रुतिक दर्शन हो जाती हे । <br />Bunty Gandhihttps://www.blogger.com/profile/12533589639807793708noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-13457302863303558802012-02-11T21:11:41.242+01:002012-02-11T21:11:41.242+01:00फ़िल्म की अच्छी बात है दार्शिनिकता की बात नहीं करत...फ़िल्म की अच्छी बात है दार्शिनिकता की बात नहीं करती उन्हें महसूस कराती हैSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-16334205263098935132012-02-11T21:10:48.527+01:002012-02-11T21:10:48.527+01:00भारत में भी अपने घर के व्यक्ति का अंतिम स्नान और त...भारत में भी अपने घर के व्यक्ति का अंतिम स्नान और तैयारी परिवार वाले हम स्वयं न करें, यह कुछ अजीब सा लगता है लेकिन समय के साथ सारी दुनिया बदल रही है तो भारत इससे अनछुआ नहीं रह सकताSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-2217944036146389202012-02-11T21:08:57.431+01:002012-02-11T21:08:57.431+01:00माँगा पढ़ने वाले को शायद गम्भीर विषय में दिलचस्पी ...माँगा पढ़ने वाले को शायद गम्भीर विषय में दिलचस्पी न हो, पर उससे कहियेगा कि फ़िल्म में हँसने हँसाने वाली बातें भी हैं :)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-64249504546018370952012-02-11T21:07:24.590+01:002012-02-11T21:07:24.590+01:00अवश्य देखियेगा, एक बार देख कर बहुत दिन तक याद आयेग...अवश्य देखियेगा, एक बार देख कर बहुत दिन तक याद आयेगी :)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-57525194996827013072012-02-11T18:15:43.251+01:002012-02-11T18:15:43.251+01:00मेरा बेटा दीवाना है जापानी भाषा का और "माँगा&...मेरा बेटा दीवाना है जापानी भाषा का और "माँगा" japanese comics.. <br />i'll let him know about this movies...<br />regards.vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-87950262752899364682012-02-11T15:15:40.089+01:002012-02-11T15:15:40.089+01:00बचपन से ही हम लोगों को ऐसे कंडीशंड कर दिया जाता है...बचपन से ही हम लोगों को ऐसे कंडीशंड कर दिया जाता है कि मृत्यु जैसे विषय पर खुलकर सोच भी नहीं पाते, जबकि यह एक शाश्वत सत्य है। मौका मिलेगा तो ये फ़िल्म जरूर देखना पसंद करेंगे। अनूठे विषय पर बनी फ़िल्म के बारे में जानकारी दी आपने।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-934949667217495522012-02-11T12:03:13.784+01:002012-02-11T12:03:13.784+01:00फिल्म के बारे में उत्सुकता जगा दी है ॥फिल्म के बारे में उत्सुकता जगा दी है ॥संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-17991198284822789112012-02-10T18:49:03.934+01:002012-02-10T18:49:03.934+01:00आपकी किसी पोस्ट की चर्चा है नयी पुरानी हलचल पर ...आपकी किसी पोस्ट की चर्चा है <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com" rel="nofollow"> नयी पुरानी हलचल </a> पर कल शनिवार ११-२-२०१२ को। कृपया पधारें और अपने अनमोल विचार ज़रूर दें।Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-84056357676836165062012-02-07T12:45:30.706+01:002012-02-07T12:45:30.706+01:00वाकई बेहतरीन फिल्म होना चाहिए। मुझे देखने को मिली ...वाकई बेहतरीन फिल्म होना चाहिए। मुझे देखने को मिली तो पहला मौका नहीं छोड़ूंगा। भारत में भी हर मुहल्ले, बिरादरी आदि में कुछ लोग अब इस काम में माहिर होने लगे हैं। जैसे ही किसी की मृत्यु की सूचना मिलती है वे वहाँ पहुँचते हैं और पूरी तन्मयता से एक गाइड की भूमिका अदा करते हुए संस्कार संप्पन्न करवाते हैं। बड़े नगरों में तो अब ऐजेंसियाँ होने लगी हैं जो ये सब काम करने लगी हैं। शव को तैयार करने से ले कर उसे श्मशान तक पहुँचाने, चिता तैयार करने और संस्कार संपन्न कराने तक का काम।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-79794212087761915262012-02-07T10:54:10.034+01:002012-02-07T10:54:10.034+01:00मृत देह को देखना बुद्धत्व का संचार कर देता है, निश...मृत देह को देखना बुद्धत्व का संचार कर देता है, निश्चय ही इस पृष्ठभूमि पर दार्शनिकता से पूर्ण फिल्म होगी यह..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com