tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post4697576304354502825..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: कबूतर और कौएSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-17244725740526473612007-03-21T17:55:20.937+01:002007-03-21T17:55:20.937+01:00हर शहर अपने विशिष्ट तेवर रखता है। हम अभी परिंदों...हर शहर अपने विशिष्ट तेवर रखता है। हम अभी परिंदों को बख्श रहे हैं, दिल्ली तो सड़क की आवारा गायों और छुट्टे सांडों से निजात पा ले इतना काफी है।मसिजीवीhttp://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-48486518219507955172007-03-21T18:54:29.379+01:002007-03-21T18:54:29.379+01:00वेनिस, मिलान जैसे शहरों में कई जगह पर कबूतरों को द...<i>वेनिस, मिलान जैसे शहरों में कई जगह पर कबूतरों को देने के लिए मक्की के दाने के पैकेट मिलते हैं, जैसे ही आप दानों को हाथों में लेते हैं, कबूतर आप के कँधों, हाथों पर बैठ कर चोंच से दाने छीन लेते हैं</i><br><br>तो सुनील जी एक बात बताएँ, जब इन शहरों में कबूतरों को खाने का सामान देना गैरकानूनी है तो फिर नगर प्रशासन आदि उन मक्के के दाने आदि को बिकने क्यों देता है?Amithttp://www.amitgupta.in/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-38848250205846534212007-03-22T04:47:14.910+01:002007-03-22T04:47:14.910+01:00तोते , कबूतर बुद्धीमान होते है यह तो मेरा भी अनुभव...तोते , कबूतर बुद्धीमान होते है यह तो मेरा भी अनुभव था लेकिन कौवे भी इतने बुद्धीमान होते है यह पता नही था।आशीषhttp://hindigram.orgnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-18423568125889078802007-03-22T05:08:45.746+01:002007-03-22T05:08:45.746+01:00थोड़ा अटपटा लगा की परिंदो से परेशानी हो रही है, यहा...थोड़ा अटपटा लगा की परिंदो से परेशानी हो रही है, यहाँ रो कुत्ते व गाये हेरान करते है.संजय बेंगाणीwww.tarakash.com/joglikhinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-12455801628623315202007-03-22T05:38:52.355+01:002007-03-22T05:38:52.355+01:00हमारे घर पर भी ढेरों कबूतरों की मेहमाननवाज़ी होती ह...हमारे घर पर भी ढेरों कबूतरों की मेहमाननवाज़ी होती है । गुस्सा भी आता है गंदगी पर । फिर लगता है अभी तक ये पंछी दिख तो रहे हैं । हमारे बच्चे कबूतरों की पहचान तो कर रहे हैं । क्या पता अगली पीढी इन्हें सिर्फ तस्वीरों में देखे ।Pratyakshahttp://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-34120978469357066172007-03-22T07:43:21.580+01:002007-03-22T07:43:21.580+01:00तस्वीरें बहुत ख़ूबसूरत रहीं, मगर अफसोस ये कि इन दो...तस्वीरें बहुत ख़ूबसूरत रहीं, मगर अफसोस ये कि इन दोनों परिंदों को देखे अरसा बीत गया - याद नहीं आता कि कब यहां कबूरत देखा ;(SHUAIBhttp://shuaib.in/chitthanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-77232499040749117442007-03-22T08:53:38.119+01:002007-03-22T08:53:38.119+01:00भारत के मन्दिरों के आसपास पाये जानेवाले बन्दरों की...भारत के मन्दिरों के आसपास पाये जानेवाले बन्दरों की तरह.उनका खौफ़ भी है पर उनको मूँगफली आदि देने में भी हम आगे हैं.Poonam Misrahttp://www.blogger.com/profile/08526492616367277544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-20716874499062886042007-03-22T14:03:57.329+01:002007-03-22T14:03:57.329+01:00अच्छा है कि ये पंछी दिख रहे हैं। मेरे शहर इन्दौर (...अच्छा है कि ये पंछी दिख रहे हैं। मेरे शहर इन्दौर (मध्यप्रदेश) में मैंने अपनी कालोनी में आठ साल से गौरैया, कौवे और कबूतर नहीं देखे।अतुल शर्माhttp://malwa.wordpress.comnoreply@blogger.com