tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post5327267763296507664..comments2024-03-27T06:40:09.006+01:00Comments on जो न कह सके: चाँद और आहेंSunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-597833187740362962009-08-22T12:37:10.263+02:002009-08-22T12:37:10.263+02:00bilkul sahi kaha hai apane aaj ke taarik me prem k...bilkul sahi kaha hai apane aaj ke taarik me prem keliye koee nayaa shad hi khojani padegi ........our gana ke picturization ke baare me jo aapaki ray hai wah bilkul sahi hai ........bahut badhiya lekh .....sundarओम आर्यhttp://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-57616033716832313252009-08-22T13:19:38.998+02:002009-08-22T13:19:38.998+02:00देखोजी प्रेम तो है और अपनी जगह है. समस्या फिल्म बन...देखोजी प्रेम तो है और अपनी जगह है. समस्या फिल्म बनाने वालों की है जो समझ नहीं पा रहे कि प्रेम की भावना को आधुनिक कैसे दिखाएं, और इस चक्कर में बकवास परोस रहें है.संजय बेंगाणीhttp://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-69664021675022547522009-08-22T23:17:28.547+02:002009-08-22T23:17:28.547+02:00आपके चिट्ठे पर टिप्पणी करना मुश्किल होता है, मन मे...आपके चिट्ठे पर टिप्पणी करना मुश्किल होता है, मन मे इतना कुछ उमडता-घुमडता है कि कई पोस्ट्स बन जाएं! बस ये कहूंगा कि जैसा आपने लिखा वैसा सोचने और महसूस करने वाले मौन चाहे हों, अल्पसंख्यक अभी भी नहीं हैं.eswamihttp://hindini.com/eswaminoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-37079185020465693502009-08-23T06:27:37.354+02:002009-08-23T06:27:37.354+02:00शायद संयोग ही है कि मैं ने भी यह दोनों फिल्में हाल...शायद संयोग ही है कि मैं ने भी यह दोनों फिल्में हाल ही में देखीं। चाँद को दूर से देखने के विषय में भी कुछ इस तरह के ही विचार आए थे। अभी अभी लव आज कल दूसरी बार देखी (घर में किसी मेहमान का साथ देने के लिए दूसरी बार देखनी पड़ी) और कंप्यूटर खोलते ही ट्विट्टर से इस प्रविष्टि पर क्लिक किया। <br>शार्टकट बहुत फालतू फिल्म थी, लव आज कल ठीक थी। <br>एक और चाँद की थीम से जुड़ा गाना जो अच्छा लगता है -<a href="http://www.youtube.com/watch?v=D2delycR9c8" rel="nofollow">हम तो हैं परदेस में देस में निकला होगा चाँद</a>।Ramanhttp://kaulonline.com/chitthanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-32125741473007629002009-08-25T15:19:24.634+02:002009-08-25T15:19:24.634+02:00सुनील जी आखिर मेरा इन्तिज़ार ख़तम हुआ और आपकी दोनो...सुनील जी <br>आखिर मेरा इन्तिज़ार ख़तम हुआ और आपकी दोनों पोस्ट पढी दिल को छू गयी चाँद ने फिल्मी गीतों में लम्बा सफ़र तय किया है आपने मुझे मेरे नए लेख के लिए विषय सूझा दिया <br>नयी पोस्ट के इन्तिज़ार मेंDr. Mukul Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/17912641611101930410noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-24565792920164614982009-10-13T10:43:06.640+02:002009-10-13T10:43:06.640+02:00आज दिनांक 13 अक्टूबर 2009 के दैनिक जनसत्ता में स...आज दिनांक 13 अक्टूबर 2009 के दैनिक जनसत्ता में संपादकीय पेज पर समांतर स्तंभ के अंतर्गत आपकी यह पोस्ट प्रकाशित हुई है, बधाई। <br>avinashvachaspati@gmail.com पर आप ई मेल भेजेंगे तो मैं आपको आपकी पोस्ट का स्कैनबिम्ब भेज दूंगा।अविनाश वाचस्पतिhttp://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-17189897528917938532009-10-13T12:55:17.282+02:002009-10-13T12:55:17.282+02:00आपसे बहुत कम असहमत होती हूँ किन्तु इस लेख से काफ़ी ...आपसे बहुत कम असहमत होती हूँ किन्तु इस लेख से काफ़ी असहमत हूँ। कभी कपड़ों, आधुनिकता, प्यार ,त्याग आदि पर एक लेख लिखूंगी।<br>घुघूती बासूतीMired Miragehttp://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-80607163563740124172009-10-13T19:00:37.983+02:002009-10-13T19:00:37.983+02:00इस टिप्पणी के माध्यम से आपको, सहर्ष यह सूचना दी जा...इस टिप्पणी के माध्यम से आपको, सहर्ष यह सूचना दी जा रही है कि आपके ब्लॉग को प्रिंट मीडिया में स्थान दिया गया है।<br><br>अधिक जानकारी के लिए आप <a href="http://www.kalpana.it/hindi/blog/2009/08/blog-post.html" rel="nofollow"> इस लिंक पर</a> जा सकते हैं।<br><br>बधाई।<br><br><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>बी एस पाबलाhttp://www.blogger.com/profile/08606107428270909234noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-21134295750559425022009-10-13T20:28:59.659+02:002009-10-13T20:28:59.659+02:00पाबला जी को इस जानकारी के लिए बहुत धन्यवाद. जनसत्त...पाबला जी को इस जानकारी के लिए बहुत धन्यवाद. जनसत्ता अखबार में यह लेख छपा, यह सोच कर बहुत अच्छा लगा. मुझे मालूम नहीं था कि अखबार वाले इस तरह चिट्ठे भी छाप सकते हैं.Sunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9115561631155571591.post-5286788897795814572009-10-13T20:33:20.710+02:002009-10-13T20:33:20.710+02:00घुघूती बसूती जी, मुझसे कोई असहमत हो, यह मुझे बहुत ...घुघूती बसूती जी, मुझसे कोई असहमत हो, यह मुझे बहुत अच्छा लगता है, तभी तो बहस करने का आनंद आता है! आप का लिखा कई बार मुझे बहुत अच्छा लगा है, लेकिन कभी विचार न मिले, यह तो बहुत बढ़िया बात है! :-)Sunil Deepakhttp://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.com