सोमवार, जून 20, 2011

विचित्र शब्द

हिन्दी के "चंदू की चाची ने, चंदू के चाचा को चाँदी के चम्मच से चाँदनी चौंक में चटनी चटाई" जैसे वाक्यों को, जिन्हें बोलने में थोड़ी कठिनायी हो या बोलने के लिए बहुत अभ्यास करना पड़े, अंग्रेज़ी में "टँग टिविस्टर" (Tongue twister) यानि "जीभ को घुमाने वाले" वाक्य कहते हैं.

Grafic design about strange words by S. Deepak

इस तरह के वाक्य अन्य भाषाओं में भी होते हैं. चेक गणतंत्र की भाषा चेक में ऐसा एक वाक्य हैः "मेला बब्का वू कापसे ब्राबसे, ब्राबसे बाबसे वू कापसे पिप. ज़्मक्ला बबका ब्राबसे वू कापसे, ब्राबसे बाबसे वू कापसे चिप." यानि "नानी की जेब में चिड़िया थी, चिड़िया ने चींचीं की, नानी ने चिड़िया को दबाया, चिड़िया मर गयी."

विभिन्न भाषाओं कई बार छोटे से शब्द मिलते हें, जिनके अर्थ समझाने के लिए पूरा वाक्य भी कम पड़ सकता है. कुछ इस तरह के शब्दों के उदाहरण देखिये.

जापानी लोग कहते हैं "अरिगा मेईवाकू" जिसका अर्थ है, "वह काम जिसे कोई आप के लिए करता है, जो आप नहीं चाहते थे, और आप की पूरी कोशिश के बाद कि वह व्यक्ति वह काम न करे, वह उसे करता है, और आप के लिए इतना झँझट खड़ा कर देता है जिससे आप को बहुत परेशानी होती है, लेकिन फ़िर भी आप को उस व्यक्ति को धन्यवाद कहना पड़ता है". जर्मन शब्द "बेरेनडीन्स्ट" का अर्थ भी इससे मिलता जुलता है.

जापानी का एक अन्य शब्द है, "आजे ओतोरी" जिसका अर्थ है "बड़ा होने के समारोह के लिए अपने बालों का विषेश स्टाईल बनवाना, जिससे बजाय अच्छा लगने के, आप की शक्ल और भी बिगड़ी हुई लगे".

हालैंड निवासी कहते हैं "प्लिमप्लामप्लैटरेन", जब कोई पानी की सतह पर इस तरह से पत्थर फ़ैंके कि वह पत्थर कुछ दूर तक पानी पर उछलता हुआ जाये.

फ्राँसिसी बोली में कहते है, "सिन्योर तेरास", उस व्यक्ति के बारे में जो बार या रेस्टोरेंट में जा कर बहुत सा समय बिताता है, पर खाता पीता बहुत कम है जिससे उसका खर्चा कम होता है.

अलग अलग भाषाओं में बात को कहने के कुछ अजीब अजीब तरीके भी होते हैं, जैसे कि इंदोनेशिया में समय बरबाद को कहते हैं "कुसत सेबे लोकटी", यानि "अपनी कोहनियाँ चाटना". चीनी लोग, जब कोई ज़रूरत से अधिक ध्यान और हिदायत से काम करता है, कहते हैं, "तुओ कूरी फाँग पी" यानि "पाद मारने के लिए पैंट उतारना". कोरिया में जब कोई बिना आवश्यकता के बहुत ताकत लगा कर कुछ काम करता है, तो कहते हैं "मोजी जाबेरियूदाछोगा सामगान दा तायेवोन्दा" यानि "मच्छर पकड़ने के चक्कर में घर गिरा देना".

इस तरह के शब्दों के बारे में विचित्र और दिलचस्प बातें लिखीं हैं होलैंड के आदम जूआको ने अपने चिट्ठे "टिंगो का अर्थ" (The Meaning of Tingo) पर. उनका यह चिट्ठा इतना सफ़ल हुआ कि इसकी उन्होंने किताब छपवायी. किताब छपने के बाद से उन्होंने चिट्ठे पर नयी पोस्ट लिखना बन्द कर दिया, फ़िर भी पढ़ने के लिए वहाँ बहुत सी दिलचस्प बातें मिलती हैं.

हमारी भारतीय भाषाओं में भी जाने इस तरह के कितने शब्द होंगे, विचित्र तरीके होंगे बात को कहने के, ऐसे छोटे छोटे शब्द होंगे जिनके लम्बे अर्थ हों, जो सारी दुनिया से अलग हों. शायद हममें से कोई उस पर चिट्ठा बना सकता है, सफ़लता अवश्य मिलेगी. कुछ उदाहरण हमें भी देने की कोशिश कीजिये.

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15 टिप्‍पणियां:

संजय बेंगाणी ने कहा…

दिलचस्प. शब्द अभी अचानक ध्यान में नहीं आएंगे. मगर बहुत से होंगे ही. मसलन 'जुगाड़'

हिन्दी में अजीतजी का शब्दों के इतिहास पर चिट्ठा था, जो अब छप कर किताब का आकार ले चुका है.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

कुछ शब्दों न जाने कितनी कहानियाँ छिपी रहती हैं।

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

दिनभर तबियत झंड रहल, एहके पढ़ते हरिया गयल।

Sunil Deepak ने कहा…

देवेन्द्र जी, आज हमार तबियत भी आप का टिप्पणी पढ़न से हरिया गयल :)

idanamum ने कहा…

ऐसा ही एक अन्य टंग ट्विस्टर है...
"ऊंट ऊंचा , ऊंट की पीठ ऊंची, ऊंची उसकी पुंछ"
अब जरा इसको 10 बार लगातार बोल कर देखिये।

बेनामी ने कहा…

सबसे छोटा टंग ट्विस्टर, हिंदी में, तेज़ी से बोलिए, "लोहे का रेल"...

मनोज पटेल ने कहा…

दिलचस्प...

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

कल 12/जून/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
धन्यवाद !

Sunil Deepak ने कहा…

धन्यवाद यश :)

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत रोचक...

dr.mahendrag ने कहा…

बहुत दिलचस्प मनोरंजक प्रस्तुति कई बार भाषा का रेलमपेल भी ऐसे शब्दों व निर्माण कर देता है

Sunil Deepak ने कहा…

महेंद्र जी, आप को बहुत धन्यवाद

Sunil Deepak ने कहा…

धन्यवाद कैलाश जी

Unknown ने कहा…

आपकों पढ़कर बहुत कुछ पता चला ....आपसे जुड़ रहें है यदि "आइवा" जो की एक विज्ञापन था का मतलब है तो बताएं , कोई बात नहीं अगर उत्तर ना मिलें | बस अपनी जिज्ञासा थी ....जानने की हा हा हास्य |

Sunil Deepak ने कहा…

कौन सा विज्ञापन था आइवा का यह तो नहीं कह सकता और उसका काया अर्थ होगा यह भी मुझे नहीं मालूम. यह विज्ञापन गूगल वाले हर व्यक्ति को अलग अलग दिखाते हैं इस लिए जो आपने देखा यह बताना कठिन है. धन्यब्वाद

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