इटली में रहने वाले हिंदी में चिट्ठा लिखने वाले सभी लोग एक हिंदी चिट्ठाकार मिलन समारोह के लिए आज इक्ट्ठे हुए. यानि, हम तो यहाँ रहते ही हैं, कामेरीनो से मिश्र जी बोलोनिया आ गये तो सभी चिट्ठाकारों को साथ होने में क्या देर लगती. आये कुछ तरसा तरसा कर, इंतज़ार करा कर, पर आ कर थोड़ी देर में सब का मन जीत लिया.
मेरी पत्नी बोली, कैसा चौड़ा माथा है, अवश्य बहुत बुद्धिमान है! मैंने सोचा कि यूँ ही साहब अपने आप को बहुत बहादुर समझते हैं, साथ में यह भी बता दिया कि हमारी श्रीमति जी क्या कहती हैं, कहीं खुशी से इतना न फ़ूल जायें कि कोई और तकलीफ हो जाये.
खैर राम यानि आर.सी ने अपने ग्रामीण बचपन के खेलों के बारे में बहुत सी गुप्त जानकारी दी. फसलों, खेतों का उन्हें बहुत ज्ञान है. पर ऐसा नहीं कि हमने सब बातें केवल खेतों खलिहानों की ही की, कुछ हिंदी चिट्ठा जगत के बारे में भी विवेचना की, एक दूसरे के जानने वाले चिट्ठा लिखने वालों के बारे में अपने अनुभवों तथा विचारों का आदान प्रदान किया. राम ने चिट्ठे में स्लाईड कैसे लगायें, इस पर कुछ जानकारी दी.
राम के बोलोनिया में बिताये कुछ घँटे इस स्लाईड शो में देखिये और इन तीन प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास करियेः
तस्वीर नम्बर एक में वह किस पौधे की तस्वीर ले रहे हैं ?
तस्वीर नम्बर दो में वह किस फ़ल को पेड़ से तोड़ कर खा रहे हैं ?
तस्वीर नम्बर तीन में वह कौन सा गैर कानूनी काम कर रहे हैं ?
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
लोकप्रिय आलेख
-
अगर लोकगीतों की बात करें तो अक्सर लोग सोचते हैं कि हम मनोरंजन तथा संस्कृति की बात कर रहे हैं। लेकिन भारतीय समाज में लोकगीतों का ऐतिहासिक दृष...
-
पत्नी कल कुछ दिनों के लिए बेटे के पास गई थी और मैं घर पर अकेला था, तभी इस लघु-कथा का प्लॉट दिमाग में आया। ***** सुबह नींद खुली तो बाहर अभी ...
-
अँग्रेज़ी की पत्रिका आऊटलुक में बँगलादेशी मूल की लेखिका सुश्री तस्लीमा नसरीन का नया लेख निकला है जिसमें तस्लीमा कुरान में दिये गये स्त्री के...
-
२५ मार्च १९७५ को भी होली का दिन था। उस दिन सुबह पापा (ओमप्रकाश दीपक) को ढाका जाना था, लेकिन रात में उन्हें हार्ट अटैक हुआ था। उन दिनों वह एं...
-
गृत्समद आश्रम के प्रमुख ऋषि विद्यार्थियों को पढ़ा रहे थे, जब उन्हें समाचार मिला कि उनसे मिलने उनके बचपन के मित्र विश्वामित्र आश्रम के ऋषि ग...
-
मेरा सारा जीवन यात्राओं में बीत गया लेकिन अब लगता है कि जैसे इन पिछले ढ़ाई-तीन सालों में यात्रा करना ही भूल गया हूँ। जब आखिरी बार दिल्ली से इ...
-
मेरे इस आलेख का शीर्षक पढ़ कर शायद आप सोच रहे होगे कि शराब का संस्कृति से क्या लेना देना, शराब तो संस्कृति के विनाश का प्रतीक है? आज के भारत ...
-
हिन्दू जगत के देवी देवता दुनिया की हर बात की खबर रखते हैं, दुनिया में कुछ भी ऐसा नहीं जो उनकी दृष्टि से छुप सके। मुझे तलाश है उस देवी या द...
-
कुछ दिन पहले मैंने जाने-माने डॉक्यूमैंट्री फ़िल्म निर्देशक अरुण चढ़्ढ़ा की १८५७ के लोक-गीतों पर बनी फ़िल्म के बारे में लिखा था। आज उन्हीं की ए...
-
रोग, ओपरेशन, जन्म, मृत्यु, अस्पताल, डाक्टर और वैद्य, यह सभी मानव जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं. अधिकतर फ़िल्मों में कोई न कोई दृश्य ऐसा होता ह...
'इस स्लाईड शो' से आपका मतलब किस स्लाईड शो से है
जवाब देंहटाएंउन्मुक्त जी यह तो आप ने बहुत परेशानी में डाल दिया. अब हम सोच रहे हैं कि यह जो चिट्ठे में तस्वीरें घूम रही हैं यह सचमुच हैं या केवल हमारा भ्रम है ? या हो सकता है कि ब्राउसर की वजह से स्लाईड शो न देख पा रहे हों ? शायद मिश्र जी को इसका इलाज मालूम हो!
जवाब देंहटाएंसुनील
बहुत बहुत बधाई,
जवाब देंहटाएंये यूरोप का पहला हिन्दी ब्लॉगर सम्मेलन हुआ।
मजा आ गया। स्लाइड शों का तो कहना ही क्या, इफ़ैक्ट बहुत धांसू है।
लगता है कि यह Operating System के कारण है| RH-4 मे तो बिलकुल दिखायी नहीं पड़ रहा है और Fedora-5 मे थोड़ी देर के लिये दिखता है फिर बन्द हो जाता है
जवाब देंहटाएंजीतू जी कह रहें हैं तो Windows मे जरूर दिखायी पड़ रहा होगा|
लगता है किसी कमप्यूटर गुरू को पकड़ना होगा|
वाह!!
जवाब देंहटाएंचलिये जवाब देने की कोशिश करते हैं:
१.इत्ती दूर से तो कोई दिखे ना है जी.
२. फ़ल शायद "शहतूत" होना चाहिये (मिश्रा जी के ब्लाग में पास वाला फ़ोटू देखा)
३. अगर ये बता दिया जाय कि क्या काम कर रहे हैं तो ऐण्टी पायरेसी वाले पीछे नहीं पड़ जायेंगे क्या?
अरे एक बात कहना तो मैं भूल गया।
जवाब देंहटाएंमिश्रा जी कहीं हमारी तरह वाले बुद्धिमान तो नहीं - हमारा माथा भी काफ़ी चौड़ा है - और चौड़ा होता जा रहा है - (ये बात और है कि ऐसा गायब होते बालों की वजह से हो रहा है ;) )
बहुत अछ्छा लगा यह पढकर। वेसे यहाँ अमदावाद मे हम तरकश वाले ब्लोगर बहुत बार मिलते है। आशा करता हू की आपका यह युरोपियन ब्लोगर समूह ओर फूले फाले। इटाली - युरोप के बारे मे एसे ही जानकारी देते रहे।
जवाब देंहटाएं