बोलोनिया से करीब पचास किलोमीटर दूर एक शहर है रेजियो एमिलिया. यहाँ के आस पास पिछले दस सालों में बहुत से सिख परिवार बस गये हैं, जो कि गाय पालने तथा दूध के काम से जुड़े हुए हैं. क्योंकि इटली के रहने वाले लोग इस काम को नहीं करना चाहते, और इन बड़े फार्म को काम करने चाहिये थे, इसलिये इस सारे क्षेत्र में पंजाब से आये इन परिवारों की वजह से एक छोटा पंजाब बन गया है यहाँ और उनका अपना एक गुरुद्वारा भी है.
इसी क्षेत्र में एक अन्य भारतीय युवक मुकेश चन्द्र के प्रयत्न से पिछले दस वर्षों से हर साल एक नया उत्सव मनाया जाता है जिसका नाम है "थोड़ी सी ... गंगा". इस उत्सव में इटली की सबसे बड़ी नदी पो के किनारे ग्वास्ताला नाम की जगह पर एक छोटा सा मेला लगता है, कुछ गीत संगीत होता है और भारत से लाया गया गंगा का पानी पो नदी में मिलाया जाता है जो दो देशों तथा सभ्यताओं के मिलन का प्रतीक है. इस वर्ष यह उत्सव कल १० जुलाई को मनाया गया और उसमे शामिल होने के लिये बोलोनिया की भारतीय एसोसियेशन का ८ व्यक्तियों का दल भी गया जिसमे मैं भी था.
नीचे तस्वीरों में दो नदियों के जल के संगम समारोह के दौरान पो नदी के किनारे पर खड़े लोग तथा मिलान में भारत के काऊंसल जनरल रवि थापर के साथ यहाँ के भारतीय समुदाय के कुछ लोग
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विवरण तथा फोटो बढ़िया हैं।
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा ये नयी जानकारी पाकर।
जवाब देंहटाएंथोड़ी सी गंगा के बारे में जानना अच्छा लगा!
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