मुझे मोटर साइकल अच्छी भी लगती है, पर उससे डर भी लगता है, जाने क्यों मन मे बैठा है कि अगर मोटर साइकल चलाऊँगा तो कोई दुर्घटना हो जायेगी.
कल, कोमो शहर में पुरानी मोटर साइकलों की प्रदर्शनी लगी थी. कोमो अपनी झील और उसके आस पास बने आलीशान भवनों के लिए प्रसिद्ध है. सबसे अधिक प्रसिद्ध घर है होलीवुड के सितारे जोर्ज क्लूनी का. एक नहीं तीन साथ साथ वाले घर खरीद कर उन्हें जोड़ कर अपने होलीवुड के मित्रों के लिए छुट्टियों का गेटअवे बनाया है. वहाँ के सब्जी वाले तक टीवी पर साक्षात्कार देते हैं, यह बाताने के लिए कि कैसे उन्होंने सुबह जूलिया रोबर्ट या मेडोना को संतरे या सेब बेचे.
मोटर साइकल की प्रदर्शनी में सन चालीस से ले कर सन सत्तर तक की पुरानी मोटर साइकलें लगीं थीं और उन के दीवाने इतने प्यार से उन्हें देख रहे थे कि उनकी प्रेमिकाओं को जलन होने लगे. अगर आप ने कभी मोटर साइकल चलायी है तभी आप इस दीवानगी को समझ सकते हैं जिसे "ज़ेन एंड द आर्ट ओफ मोटर साइकल मेनेजमेंट" नाम की किताब में बखूबी बताया गया था.
कल के चिट्ठे पर मारिया के बारे में कालीचरण जी और रमण ने लिखा है. मालूम नहीं कि भारत में विकलांग होने से उनका अनुभव मारिया के अनुभवों से भिन्न होगा. मैं अन्य लोगों से मदद की बात नहीं कर रहा, मित्रता की बात कर रहा हूँ. सच्चे मित्र तो साथ रहने ही चाहिये पर शायद सच्चे मित्र कम ही होते हैं ?
आज की तस्वीरें, कोमो की मोटर साइकल प्रदर्शनी से:
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"जो न कह सके" के आलेख पढ़ने एवं टिप्पणी के लिए डॉ. सुनील दीपक की ओर से आप का हार्दिक धन्यवाद.